श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान। अर्थ: आपके सानिध्य में नंदी व गणेश सागर के बीच खिले कमल के समान दिखाई देते हैं। कार्तिकेय व अन्य गणों की उपस्थिति से आपकी छवि ऐसी बनती है, जिसका वर्णन कोई नहीं कर सकता। शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला https://claytonpzeex.theblogfairy.com/29284844/everything-about-shiv-chalisa-lyrics-english