कभी भी अमावस, ग्रहण या किसी भी बुरे महूर्त के समय नहीं मिलना चाहिए. मंगल व केतु के केतु दुष्प्रभाव से होने वाले दोष के लिए रक्तदान करें। बिना जोड़ का चांदी का छल्ला पहन लें। एक और अच्छा मंत्र है “ॐ ठः ठः ठः ठः *स्त्री का नाम* वशमा https://real-estate-agent77542.azzablog.com/34798263/the-single-best-strategy-to-use-for-tara